6 माह की मासूम को माता-पिता से मिलवाने बीच रास्ते में स्र्कवाई ट्रेन
माता-पिता को बेटी से मिलवाने रेलवे स्टाफ ने स्टॉपेज न होने के बाद भी बीच रास्ते में एक छोटे से स्टेशन पर ट्रेन स्र्कवा दी।
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Publish Date: Fri, 09 Sep 2016 10:56:29 PM (IST)
Updated Date: Sat, 10 Sep 2016 10:21:57 AM (IST)
ग्वालियर। ट्रेन में चढ़ने के चक्कर में अपनी 6 साल की मासूम बच्ची से बिछड़ गए माता-पिता को बेटी से मिलवाने रेलवे स्टाफ ने स्टॉपेज न होने के बाद भी बीच रास्ते में एक छोटे से स्टेशन पर ट्रेन स्र्कवा दी। ट्रेन स्र्कवाने तक ही रेलवे स्टाफ ने अपनी जिम्मेदारी खत्म नहीं की ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर बच्ची को ट्रेन से उतारने से लेकर डेढ़ घण्टे तक उसकी देखरेख भी स्टाफ ने की। घटनाक्रम शुक्रवार का है।
बानमोर के पास रहने वाले गजेन्द्र कुमार अपनी पत्नी और 6 माह की बच्ची के साथ ट्रेन पकड़ने बानमोर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। उन्हें झांसी की ओर जाना था। उनके पहुंचने के कुछ देर बाद ही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस वहां आकर स्र्क गई। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के जनरल कोच में काफी भीड़ थी।
इसलिए बच्ची की मां ने उसे कोच में मौजूद एक यात्री को पकड़ाया। ये दोनों चढ़ पाते इससे पहले ही ट्रेन चलने लगी। गेट पर भीड़ अधिक होने की वजह से दंपत्ति ट्रेन में नहीं चढ़ सके। बच्ची ट्रेन में ही यात्री के पास थी। बच्ची ट्रेन में छूट जाने पर दंपत्ति का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
बानमोर रेलवे स्टेशन पर मौजूद रेलवे स्टाफ ने जब यह देखा तो उन्होंने तत्काल ग्वालियर में डिप्टी एसएस कमर्शियल को इस घटना की जानकारी दी और ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर बच्ची को उतारने के लिए बोला। उधर, बानमोर में दंपत्ति को रेलवे स्टाफ ने संभाला। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस करीब 11 बजे ग्वालियर पहुंची तो रेलवे स्टाफ भी उस जनरल कोच में पहुंच गया, जिसमें बच्ची को यात्री लिए था। यात्री भी बच्ची को संभाला हुआ था।
रेलवे स्टाफ ने ग्वालियर में बच्ची को उतार लिया। इधर रेलवे स्टाफ बच्ची की देखरेख करता रहा। उधर बानमोर में मौजूद रेलवे स्टाफ ने आगरा की ओर से आ रही समता एक्सप्रेस के ड्राइवर को बानमार में ट्रेन रोकने के लिए मैसेज कर दिया। ट्रेन करीब 12.15 बजे बानमोर पहुंची। इसमें दोनों को ट्रेन में चढ़ा दिया।
इसके बाद ट्रेन ग्वालियर के लिए रवाना हुई। ट्रेन 12.30 बजे ग्वालियर पहुंची। पति-पत्नी ट्रेन से उतरे। इसके बाद रेलवे स्टाफ ने उन्हें फोन कर डिप्टी एसएस कमर्शियल कार्यालय बुला लिया। यहां बच्ची को देखकर उसके माता-पिता भावुक हो गए। उन्होंने रेलवे स्टाफ को धन्यवाद दिया और बच्ची को लेकर चले गए।