महीप नारायण सिंह सन १७८१ से १७९४ तक काशी राज्य के नरेश रहे।

Throne of Raja of Benaras

महाराजा महीप नारायण सिंह का जन्म 1756 ई. में हुआ था। काशी नरेश चेत सिंह के बनारस छोड़कर ग्वालियर में बस जाने के बाद उनके भानजे को 14 सितबंर 1781 को ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा काशी का महाराजा बनाया गया। महीप नारायण सिंह, महराजा बलवंत सिंह की पत्नी महारानी गुलाब कुंवर की बेटी के पुत्र थे, जिनका विवाह दरभंगा जिले के नरहन स्टेट के जमींदार बाबू दुर्गविजय सिंह के साथ हुआ था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने महीप नारायण सिंह पर राजकीय कुप्रबंध का आरोप लगाकर 1 लाख रुपये सालाना पेंशन के बदले काशी के चार राजस्व जिलों के प्रशासन को हस्तगत कर लिया। 12 सितंबर 1795 को महाराजा महीप नारायण सिंह के निधन के बाद उनके पुत्र उदित नारायण सिंह काशी के राजा घोषित किए गए।[1][2]

उत्तराधिकारी संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "BENARES (princely state)". members.iinet.net.au. मूल से 8 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-06-16.
  2. "Banaras: Making of India's heritage city". books.google.co.in. अभिगमन तिथि 2017-06-16.