रूस के अरबपति मिखाइल प्रोखोरोव ने कहा है कि वे अगले साल मार्च में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव में प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन को चुनौती देंगे.
उन्होंने कहा कि यह उनकी 'ज़िंदगी का सबसे गंभीर फ़ैसला' है.
शनिवार को रूस में पिछले कई वर्षों का सबसे बड़ा प्रदर्शन देखा गया, जिसमें संसदीय चुनावों में हुई कथित धांधली पर फिर से चुनाव कराने की मांग की गई है.
इस महीने हुए चुनावों में पुतिन की पार्टी बड़ी मुश्किल से बहुमत जुटा पाई.
प्रोखोरोव ने कहा, ''मैंने अपनी ज़िंदगी का सबसे गंभीर फ़ैसला किया है. मैं राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ूँगा.''
उन्होंने कहा कि वे पुतिन की आलोचना करके अपना चुनाव प्रचार नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा, ''आलोचना दस प्रतिशत से ज़्यादा नहीं हो सकती. मैं उन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित रखना चाहूँगा, जो मैं करूँगा.''
प्रतिष्ठित पत्रिका फ़ोर्ब्स ने 18 अरब की संपत्ति वाले प्रोखोरोव को रूस का तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति माना है.
सत्ता की खींचतान
इससे पहले इस अरबपति व्यवसायी और अमरीका की एनबीए न्यू जर्सी बास्केटबॉल टीम के मालिक ने इस महीने हुए संसदीय चुनावों में यूनाइटेड रशिया पार्टी को चुनौती देने का प्रयास किया था.
"मैंने अपनी ज़िदगी का सबसे गंभीर फैसला किया है. मैं राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ूँगा."
मिखाइल प्रोखोरोव
लेकिन सत्ता की खींचतान के बाद उन्होंने अपनी ही राइट क्लॉज़ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके लिए उन्होंने क्रैमलिन को ज़िम्मेदार ठहराया था.
उन्होंने क्रैमलिन के कूटनीतिज्ञ व्लादिस्लाव सुरकोव को अपनी पार्टी में पड़ी फूट से जोड़ा और कहा कि वे उनकी बर्ख़ास्तगी का प्रयास करेंगे.
सोमवार को उन्होंने कहा, ''मैंने (सूरकोव को निकालने का) नया तरीक़ा ढूँढ निकाला है. मेरे ख़्याल से मुझे बस उसका बॉस बन जाना चाहिए.''
हाल ही के एक ब्लॉग में प्रोखोरोव ने लिखा कि उन्हें राष्ट्रपति के लिए पुतिन का कोई विकल्प नज़र नहीं आता.
उन्होंने कहा था कि रूस के लोगों को पसंद हो या नहीं, लेकिन अभी तक केवल पुतिन ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो अक्षम राज्य प्रणाली को संभाल सकते हैं.